Monday, March 15, 2010

भक्त तुलसीदास

तुलसीदास जी के बड़े भाग्य
जिनको राम कृपा है मिली
रचना की राम चरित मानस
जन जन फैलाई भक्तिमय धारा
गाये राम के गुण जिसने
पढ़ हुआ धन्य सारा जन मानस
तुलसी जी के बड़े भाग्य
दरशन हुए जिनको सियाराम के
हरपल गाते थे जो गुण
उन मर्यादा पुरुषोत्तम राम के
आज देखो पढ़ राम चारितमानस
सारा जग गुण गाता है
हर घर हर मंदिर में
आज भी यह मानस पढ़ा जाता है
जिसने भी यह मानस पढ़ कर जाना है प्रभु राम को
निरमल मनोहर मूरत वाले सुखधाम को
जीवन में आनंद भर जावे
तुलसी जी की तरह ही
तोहे राम कृपा मिल जावे

No comments:

Post a Comment